About Me

I write poems - I m going towards me, I write stories - किस्से ओमी भैय्या के, I write randomly - squander with me

Wednesday, September 05, 2012

अंतिम सवांद

प्यार ऐसा भी क्या, जो फिर दिल पछताए
दे न पाउँगा कुछ भी, झूटे वादों के सिवाए
ख्वाब न सजाओ जो, तुमको कल रुलाये
जो कल आंसू आयेंगे तो पोंछ भी न पायोगी
 
अपनों के भेष में छुपे, सब अदाकार हैं पराये
आओ न मेरी दुनिया में, वीराने के हैं साए
तुम्हारे अहसास सारे, हालात से कुर्बान न हो जाये
जो कल अहसास न होंगे, तो कुछ कह भी न पायोगी
 
क्यूँ मेरे साथ कोई, पत्थर पर नंगे पाँव चले  
ज़िन्दगी की धुप में, क्यूँ कोई और संग तपे
कमसिन उम्र ये क्यूँ, लू के थपेड़ो में जले
जो कल उम्र झुलस गयी, तो क्या न पछ्तायोगी
 
अभी इश्क के मौसम, गायेंगे और भी तराने
तेरे हुस्न के होंगे, और भी बहुत से दीवाने
फिर दिल में कोई, आएगा अपना घर बसाने
जो कल दिल ही टुटा, तो फिर किसे बसा पायोगी  

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